शाहतलाई विच बाबा जी दा डेरा,
सोने दी गुफा विच बैठा जोगी मेरा,
आज रज रज दर्शन पाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
नच नच के हज़ारियाँ लाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
बाबा जी दी शान सारे जग तो न्यारी है,
रज दा नी दिल वेख सूरत प्यारी है,
ऐवे हाथो न वेला एह लंगाओ भगतो
नच नच के हज़ारियाँ लाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
श्रदा दे नाल जिहने बाबा नु ध्या लिया,
कटे दुःख बाबा जी ने सुख ओहने पाक लिया,
मेरे जोगी नु दुखड़े सुनाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
नच नच के हज़ारियाँ लाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
दुरो दुरो संग दर बाबा जी दे आये ने,
रोट परशाद नाल झंडे भी ले आये ने,
जरा गज के जैकारे लाओ भगतो मेरे जोगी दे द्वारे,
नच नच के हज़ारियाँ लाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,
दीपक ते वालीया भी हाज़री लगाउँदै ने,
नच नच बाबा जी दी महिमा नु गाउँदे ने,
दर आके ना एमए समजाओ भगतो मेरे जोगी दे द्वारे,
नच नच के हज़ारियाँ लाओ भगतो मेरे बाबा दे द्वारे,