सिया राम के नाम का हम सुमिरन करते है,
अंजनी पवन कुमार है वंधन करते है,
मंगल को प्रभु तुम हो जन्मे मंगल वार का दिन है प्यारा,
नित चरणों में शीश झुकाये जीवन करदो सफल हमारा,
अंतर् मन में हे बजरंगी करंदन करते है,
अंजनी पवन कुमार है वंधन करते है,
भक्तो के हितकारी तुम को परम भक्त श्री राम के,
श्रद्धा भाव से जो भी धावे पुराण हॉवे काम रे,
तेरे छवि को आँखों में हम अंजन करते है,
अंजनी पवन कुमार है वंधन करते है,
जैसे प्रभु को किया आप ने निश्चरो से निःशंखा हो,
साहिल कहे भजता रहे आप के नाम का डंका हो,
सोनी ये भगतो के दुखो का भंजन करते है,
अंजनी पवन कुमार है वंधन करते है,