साई की मस्ती

मैं दीवाना हु दीवाना रहने दीजिये,
मुझको साईं की मस्ती कहने दीजिये,

शिर्डी जाए लोक सभी पूछे न साईं हाल,
गम कब मेरे दूर होंगे बस येही है एक सवाल,
मुझको तो रहता है  मेरे बाबा का ख्याल ,
मैं दीवाना हु दीवाना रहने दीजिये,

द्वारका माई की ये भिभुती माथे पर लगाते,
बिगड़ी किस्मत जिनकी है उसे साईं जी चमकाते,
मैं भी शिर्डी आ गया इस भजन को गाते गाते,
मैं दीवाना हु दीवाना रहने दीजिये,

मैंने न ये भजन लिखा मेरे साईं ने है लिखवाया,
जिसको साईं ने भुलाया वो शिर्डी में आया,
मेरी क्या औकात है मेरे साईं ने मुझे गवाया,
मैं दीवाना हु दीवाना रहने दीजिये,

श्रेणी
download bhajan lyrics (982 downloads)