इस जीवन को तुमने संवारा
एहसान मुझपे तेरा है
मेरा साया बनकर मेरे साथ हमेशा चलता है
तेरी किरपा से बाबा परिवार मेरा ये पलता है
तेरा मेरा रिश्ता देखो लगता ये काफी गहरा है
वो दिन कैसे भूलों सब मेरी हंसी उड़ाया करते थे
ताना दे देकर सांवरिया मुझे रुलाया करते थे
पर जबसे तू मुझको मिला है
खुशियों का घर में पहरा है
तेरे एहसानो को बाबा भूल कभी ना पाउँगा
शिवम् इतने क़र्ज़ हैं तेरे कैसे बोल चुकाऊंगा
गर्व से कहता हूँ दुनिया को
शीश के दानी तू मेरा है