मेरा श्याम सांवरिया यार मेरा
मेरा दिलजानी दिलदार मेरा
सुध बुध अपनी भूल जावे जो नज़र मिले इक वारि
अंखिया तो ये तीर चलावे ऐसा नहीं शिकारी
कोई ऐसा नहीं शिकारी ........
ये चलन ना देवे वार मेरा
मेरा श्याम सांवरिया यार मेरा...........
प्यार श्याम दा महंगा पैदा जो पावे पछतावे
होश नी रेह्न्दा कमला बनके शाम सवेरे गावे
वृन्दावन ही घर बार मेरा
मेरा श्याम सांवरिया यार मेरा...........
करण ने अपने मन दे अंदर सुन्दर श्याम बसाया
धीरज अपने मन दियां रीजा श्याम न कह नहीं पाया
केवल ने लिखेया प्यार मेरा
मेरा श्याम सांवरिया यार मेरा...........