ओ गंगे माँ गंगे अब सतलोक से उतरो माँ गंगे माँ गंगे,
भागी रथ की आन बचाने माँ पतितो को पावन करने.
सत्ये लोक से धरती पर अब उतरो माँ गंगे,
खड़े शम्भू है स्वागत में माँ तुम उनका समान करे,
इस व्शुन्द्रा के कं कं को अपनी ममता का दान करो,
सत्ये लोक से अब धरती पर उतरो,
माँ गंगे माँ गंगे
ब्रह्म देव की मर्यादा का माँ गंगे तुम सतिकार करो,
श्रृष्टि रचयिता की रचना का तुम पावन शिंगार करो,
सत्य लोक से अब धरती पर उतरो,
माँ गंगे माँ गंगे