बाबा करले तू एथे भी नजर,
भगत कोई रोंदा होवेगा
आया होगा वो हार के वो हर डगर,
भगत कोई रोंदा होवेगा
तेरी दुनिया में नहीं आता बाबा कोई काम है,
कहता है खाटू विच मिलता आराम है,
यही आस लेके आया तेरे दर,
भगत कोई रोंदा हॉवे गा,
भगत कोई रोंदा होवेगा
मैं भी हार के आया था बाबा कभी तेरे द्वार पे,
सिर से रखा था मेरे हाथ तूने प्यार से,
थोड़ी इन पे भी कर दे मेहर,
भगत कोई रोंदा होवेगा
मेरी बिगड़ी बनाई अब इनकी बनानी है
युही नहीं बाबा तेरी दुनिया दीवानी है,
तुझे लेनी होगी इनकी भी खबर,
भगत कोई रोंदा होवेगा
तेरी पड़े गी नजर दुनिया फेरे गी नजर ,
तेरी ही किरपा का बाबा होवेगा असर,
गाने लगे लगा वो झूम झूम कर
भगत कोई रोंदा होवेगा