सोहना लगा है श्याम तेरा शिंगार,
जी भर के लू मैं आज निहार,
सब से निराला है मेरा खाटू का श्याम,
काले काले नैना और मुखड़ा बड़ा भोला भाला,
सिर पे चवर धुले है वो तो पुष्पों की पहने है माला,
केसरियां भागा है और मोर छड़ी वाला है मेरा खाटू का श्याम,
सब से निराला है मेरा खाटू का श्याम,
जब से मेरे सिर पर मेरे सांवरिया का हाथ देखो ,
हो रही है घर में रोज खुशियों की बरसात देखो,
मेरा तो बन बेठा अब रखवाला है मेरा खाटू का श्याम,
सब से निराला है मेरा खाटू का श्याम,
आके खाटू में अब मन वापिस न जाने का करता,
संजू ये मन श्याम का मन वन्वारा बस यही कहता,
शर्मा ने भीड़ ला खाटू में जमाया है,मेरा खाटू का श्याम,
सब से निराला है मेरा खाटू का श्याम,