मुखड़ा- लेके चलो श्याम के पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो खाटू के धाम को,
मस्ती में तुम चलो खाटू के धाम को ...लेके चलो......
फागण में ले करके निशान प्रेमी है आगे बढ़ा,
मेले में हो करके मग्न खाटु को बढ़ता चला,
सावरिया तेरी यारी का चस्का ऐसा लगा.
जय श्री श्याम जय श्री श्याम जय श्री श्याम....लेके चलो
दानी है वो सबसे बड़ा हारे का साथी बना,
लेता है वो सबकी खबर आसन पे बैठा हुआ
साथ है तेरे बाबा तो काहे को डरना.
जय श्री श्याम ... लेके चलो
कौन अमीर कौन गरीब बाबा ना ये देखता,
उसके लिए सब एक है करता वो सबका भला,
हर मेले में बाबा तेरा संजीव आता रहे,
हाथों में लेके निशान तेरे भजनो को गाता चले....
जय श्री श्याम ...लेके चलो.......