तर्ज - एक प्यार नगमा है
मेरी प्यारी ओह मईया जी, दर्शन तो दे दो मां
दर्शन को पाने को मैं तेरे दर पे आया हूं
मेरी प्यारी ओह मईया जी.....
एक आस जो लाया हूं, तेरे दर पे ओह आया हूं
दर्शन को पाने मै, विश्वास से आया हूं
एक बार तो दर्शन दो, एक झलक तो पानी है
दर्शन को पाने को, मैं तेरे दर पे आया हूं .....
तू प्यार है बच्चो का, मै तेरा ही लाल हूं मां
तू मेरी ओह मईया है, मैं तेरा ही बच्चा हूं
आंखों में बस जाओ,ये आस पुरानी है।
दर्शन को पाने मैं तेरे ........
मां तुम को आना है, दर्शन दिखलाना है
बच्चा हूं मैं तेरा मां, एक दर्श जो पाना है
एक बार तो आ जाओ मां, एक झलक दिखा जाना
दर्शन को पाने को मै तेरे दर पे आया हूं
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*मां का लाड़ला- ललित गेरा (झज्जर)*