जगदम्बे किरपा कीजिये शेरावाली दया कीजिए,
हम को अपनी शरण लीजिये,
ऊँचे पर्वत पे जा क्यों वसी,
निचे आके सुधि लीजिये
जगदम्बे किरपा कीजिये शेरावाली दया कीजिए,
कई जन्मो से फिरते रहे,
माँ अब तो शरण लीजिये
जगदम्बे किरपा कीजिये शेरावाली दया कीजिए,
भीगे नैनो की अरदास है अब तो आके दर्श दीजिये,
जगदम्बे किरपा कीजिये शेरावाली दया कीजिए,
हम न भूले कभी आप को
हम पे ऐसी किरपा कीजिये,
जगदम्बे किरपा कीजिये शेरावाली दया कीजिए,