छोड़ दे उस पर जीवन नैया बांह फड़ ले गा तेरी,
पगले क्यों इतना गबराये साई रक्षा करेगा तेरी,
तेरे जीवन की हर मुश्किल में तेरा साथ वो देगा,
तेरे संकट तेरी चिंता इक पल में हर लेगा,
रखा सच्चा विस्वाश तू उस पे वो न करेगा देरी,
पगले क्यों इतना गबराये साई रक्षा करेगा तेरी,
सब के दिलो की जान ने वाला वो है अन्तर्यामी ,
ऐसे ही नहीं मानती दुनिया तीनो लोक का स्वामी
उसकी शरण में होजा समर्पित छोड़ के हीरा फेरी,
पगले क्यों इतना गबराये साई रक्षा करेगा तेरी,
तेरे जीवन में खुशियों की भर देगा वो उजाले,
श्रद्धा और सबुरी से तो जब चाहे अजमा ले,
नजर फेर दुनिया लेकिन उस ने नजर न फेरी ,
पगले क्यों इतना गबराये साई रक्षा करेगा तेरी,