श्री श्याम मंदिर खाटू का है जन्नत से है प्यारा ,
जन्नत से है प्यारा ये तो जनत से है प्यारा,
श्याम धनि को धाम कहावे मन ईशा सब पावे,
दूर दूर से आके सब जन दर पे अर्ज लगावे,
याहा विराजे मुखड़ा न्यारा ये तो है जन्नत से है प्यारा,
जो जो इसकी सीधी चढ़ता दिन रात आगे बढ़ता,
नौका भव से पार हो जाए नहीं किसी से डरता,
याहा संकट कट ता सारा ये तो जनत से है प्यारा,
लम्भी लम्बी कतार में लग कर सब जन दर्शन पाते,
खाली झोली ले कर आते भर के झोली जाते,
लगता मोर छड़ी का झाड़ा ये तो जन्नत से है प्यारा ,
इत्र की याहा वर्षा होती श्याम का लगता नारा,
कहे राहुल खाटू आना किस्मत का चमके तारा,
ये है हारे का सहारा ये तो जन्नत से है प्यारा,