राम नाम अति मीठा है, कोई गा के देख ले
आ जाते है राम, कोई बुला के देख ले
आ जाते है राम...
जिस घर में अहंकार वहाँ, मेहमान कहाँ से आए,
जिस मन में अभिमान वहॉँ, भगवान कहाँ से आए ।
अपने मन मंदिर में ज्योत जगा के देख ले,
आ जाते है राम...
आधे नाम पे आ जाते, हो कोई बुलाने वाला
बिक जाते हैं राम कोई हो, मोल चुकाने वाला ।
कोई शवरी जूठे बेर खिला के देख ले,
आ जाते है राम...
मन भगवान का मंदिर है, यहाँ मैल न आने देना
हीरा जन्म अनमोल मिला है ,इसे व्यर्थ गवा न देना ।
शीश झुके और प्रभु मिले झुका के देख ले,
आ जाते है राम...