संवारा दयालु है हारे का सहारा है,
इनकी किरपा से ही होता जग में गुजारा है,
संवारा दयालु है हारे का सहारा है,
गेहरा हो दरिया दुखो का जिनता जोर लगा ले तूफ़ान कितना,
बाबा के होते न दूर किनारा है,
संवारा दयालु है हारे का सहारा है,
बिगड़ी बनाता बिपदा मिटाता,
भटके हुए होयो को मंजिल दिखाता,
जीवन में करता उजियारा है,
संवारा दयालु है हारे का सहारा है,
जग से ना माँगना रोना पड़े गा
समान अपना खोना पड़े गा,
बिन मांगे देता ये पालनहारा है,
संवारा दयालु है हारे का सहारा है,
रुभी रीधम आया इनकी शरण जो
रहती न चिंता रहता मगन वो
अपने प्रेमियों का ये रखवारा है,
संवारा दयालु है हारे का सहारा है,