राखी है त्यौहार ख़ुशी का दिल से इसे मनाये
भाई बहिन के प्यार का गुलशन खुशियों से महकाए,
ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए,
ये रिश्ते प्यार के कही टूट न जाए,
मात पिता के चमन के भूटे सदा रहे लहराते
इक दूजे को बड़े चाव से प्यार की दे सोगाते,
ये गुल गुजार के कही रूठ न जाए
ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए,
जब तक गंगा वहे प्यार की गगन में चाँद सितारे
तब तक चमन न प्यार का सूखे रूठे नही बहारे
ये सुख संसार के कोई लुट न जाए
ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए,
राखी बाँध के बेहना लेती सो सो बार बलाए ,
सदा रहे परिवार सुखी बस मांगे यही दुआए,
ये पुष्प बहार के कही टूट न जाए
ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए,
राखी के दिन भाई चाव से बहिन की राह निहारे
केवल शिकवे गिले मिटा के बेहन से खुशियाँ वारे,
ये मोती हार के कही छुट न जाए
ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए,