मेहंदीपुर दरबार निराला जहां बैठे हैं बजरंग बाला
संकट क्षण में दूर भगाते अंजनी मैय्या जी के लाला
शरण जो आये शीश झुकाए कर देते वारे न्यारे
सोये भाग पल में जगते रोग दोष भी दूर हरते
मेरे बालाजी के द्वारे .....................
सब देवों में देव निराले मेरे घाटे वाले
संकट चाहे कितना भी हो सबको दूर टाले
बनै सब काम ये ऐसा धाम जो आये दुनिया से हारे
निर्धन को धनवान बना दे निर्बल को बलवान
जो भी परेशानी हो सबको दूर करै हनुमान
जपै जो नाम आठो याम हर लेते दुखड़े सारे
समाधी वाले बाबा की तो बात ही वहां निराली
तीन पहाड़ के ऊपर बैठी मैय्या खप्पर वाली
भैरों नाथ प्रेत सरताज अमित शर्मा जी भी ध्यारे
लेखक :- अमित शर्मा नंदपुरिया
+917017655463