सांवरियां आई हु मैं तेरे दर पर
रखदे बाबा मेरे तू हाथ सिर पर,
मन नही लागे बाबा जग की माहि सब है पराये मेरा अव कोई नाही
सब ने ठुकराया अब है विश्वाश तुझे पर
रखदे बाबा मेरे तू हाथ सिर पर,
दुःख से उबारो मुझको तारण हारी
केहती है बाबा तुझको लख्दातरी
जाउंगी मैं बाबा अब झोली भर कर
रखदे बाबा मेरे तू हाथ सिर पर,
शीश का दानी तू है हारे का सहारा जप्ती हु मैं भी बाबा नाम तुम्हारा
आकाश ये भी उचा तेरा नाम गिरधर
रखदे बाबा मेरे तू हाथ सिर पर,