जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
मेरी अर्ज सुनो साईं इक झलक दिखा जाओ
जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
मेरी टेर सुनो बाबा इक झलक दिखा जाओ
जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
ये प्यास बड़ी प्यासी हे शिरडी के वासी,
मैं शातक हु तुम घन इक बूंद पिला जाओ
जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
नैनो के नैन टले निंदिया को चैन मिले,
तुम सपन सरस बन कर आँखों में समा जाओ
जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
माटी का पहिया हु भावो का जरिया हु
कब टूट बिखर जाऊ तुम हिरदये लगा जाओ
जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ