ज़िन्दगी से हर मुसीबत श्याम टालेगा
आज तक जिसने सम्बाला वो सम्बालेगा
जो भी दे ले ले ख़ुशी से तरग न करना
कण मिले या मन मिले तू फर्क न करना
अरे जितनी झोली में जरूरत उतना डाले गा
ज़िन्दगी से हर मुसीबत श्याम टालेगा
की प्रभु ने हर मुसीबत चुटकियो में हल
श्याम के आगे न चलता मुश्किलों का पल
तेरी कमजोरी को ये ताकत बना देगा
ज़िन्दगी से हर मुसीबत श्याम टालेगा