आठो पहर तुझको ध्याते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
सपने मेरे सच हो जाते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
खाटू की गलियां स्वर्ग से सूंदर,
स्वर्ग का आनद उठाते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
आठो पहर तुझको ध्याते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
श्याम कुंड का गंगा सा पानी,
गंगा में डुबकी लगते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
आठो पहर तुझको ध्याते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
छवि निहार ता मोहनी तेरी,
दर्शन से हम तर जाते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
आठो पहर तुझको ध्याते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
कर देते पंकज पे किरपा तुम खुश होके हम इठलाते,
श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,
आठो पहर तुझको ध्याते श्याम तेरे खाटू में हम बस जाते,