फागुन के मेले में मिल गया श्याम मुझे कल श्याम अकेले में
अमृत की हुई बरसात अब के फागुन में
मेरा श्याम है मेरे साथ अब के फागुन में
चडी इश्क खुमारी है सामने सांवरिया मेरे हथ पिचकारी है
मुझे छु गई मोर छड़ी थपकी प्यारे की मेरे गाल पे ऐसी पड़ी
अमृत की हुई बरसात अब के फागुन में
मेरा श्याम है मेरे साथ अब के फागुन में
रंग लाई दुआ देखो इतर से मेहकी है हर और हवा देखो
अमृत की हुई बरसात अब के फागुन में
मेरा श्याम है मेरे साथ अब के फागुन में