तेरी करा इबादत मैं मैनु किथे तक साइयाँ,
मेरी अर्ज कबूल करि मेरे परदे कज साइयाँ,
धन दौलत भी तेरी शोहरत भी तेरी है,
की मान करा तन दा एह राख दी ढेरी है,
मेरा काबा काशी तू ते तू हियो हज साइयाँ,
मेरी अर्ज कबूल करि मेरे परदे कज साइयाँ,
जग ने ठुकराया है पर तू ठुकरावीं न,
अपने भी भूल गए ने पर तू भूल जावी ना,
हाथ जोड़ खड़ा दर ते लावी न पज साइयाँ,
मेरी अर्ज कबूल करि मेरे परदे कज साइयाँ,
तेरे ना लिख दिति मैं दिल वाली अर्जी ये,
रख ले या मार दवी हूँ तेरी मर्जी है,
तेरी चरनी ला दिति एह ज़िंदगी आज साइयाँ,
मेरी अर्ज कबूल करि मेरे परदे कज साइयाँ,
कुज होर न मंगा मैं मेरी मूक जावे,
जन्मा दी फेरी को मेरा दास छूट जावे,
ला चरनी सागर न आ जावे रज साइयाँ,
मेरी अर्ज कबूल करि मेरे परदे कज साइयाँ,