हीरे मोती से सज्यो दरबार है,
सेठ साँवरिये की तो,
महिमा ही अपार है,
बाबा मौज में आ जावे,
जद दोन्यू हाथ लुटावे,
म्हारो खाटू वालो श्याम,
भगतां री लाज बचावे.....
श्याम प्रभु की महिमा,
नाँच नाँच गावो ते,
सिर पर साँवरियो बैठ्यो,
मौज उड़ावो थे,
सब मस्ती में झूमो,
और लाल गुलाल उड़ावो,
म्हारो बाबो दिलवालो है निराला,
भगतां रा कष्ट दूर करे........