मेरे राम दया के सागर है,
मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने।।
त्रेता में आये तो क्या आये,
कलयुग में आओ तो जाने,
मेरे राम दया के सागर है,
मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने।।
अयोधा में आये तो क्या आये,
मेरे घर में आओ तो जाने,
मेरे राम दया के सागर है,
मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने।।
मंदिर में आये तो क्या आये,
मेरे ह्रदय में आओ तो जाने,
मेरे राम दया के सागर है,
मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने।।