*ज्योत जगी घर मेरे, मैं निहाल हो गया ll
कमाल हो गया, माँ कमाल हो गया ll
ज्योत जगी घर मेरे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
स्वर्गो से भी, सुंदर भक्तो, "माँ का द्वारा लगता" l
हर कोई माँ के, दर से भक्तो, "ख़ाली झोलीयां भरता" ll
*मैं भी झोली भरके, खुशहाल हो गया,
कमाल हो गया, माँ कमाल हो गया,,,
ज्योत जगी घर मेरे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मुझ पे कृपा, करने को खुद, "चल महाँरानी आई" l
ज्योत जगी है, घर में मेरे, "माँ को अर्ज़ सुनाई" ll
*चुनरी लाल ओढ़ा के, लालो लाल हो गया,
कमाल हो गया, माँ कमाल हो गया,,,
ज्योत जगी घर मेरे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बैठ के सन्मुख, भोली माँ के, "दिल की बातें कर ली" l
बिन मांगे ही, माँ के दर से "ख़ाली झोली भर ली" ll
*मैं भी माँ की कृपा से, मालामाल हो गया,
कमाल हो गया, माँ कमाल हो गया,,,
ज्योत जगी घर मेरे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ओ सारे बोलो,,, जय माता दी,,,,,,,,,,,,,F
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल