जय माधव मदन मुरारी
==================
जय माधव मदन मुरारी,
जय केशव कलीमल हारी,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम ll
सुन्दर कुण्डल, नयन विशाला l
गले सोहे, वैजन्तीमाला ll
या छवी की, बलिहारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
ग्वाल बाल संग, धेनु चराई l
वन वन भरमत, फिरे यदुराई ll
काँधे, कामर कारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
चुरा चुरा नव, नीत जो खायो l
ब्रज भक्तन के, नाम धरायो ll
माखन, चोर मुरारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
इक्क दिन मान, इंद्र को मारो l
नख ऊपर, गोवर्धन धारो ll
नाम, पड़ो है गिरधारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
दुर्योधन को, भोग न खायो l
रूखो साग, विधुर को खायो ll
ऐसे, प्रेम पुजारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
कबहुं लूट, लूट दहीं खायो l
कबहुं मधुबन, रास रचायो ll
नाचत, बिपिन बिहारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
करुणा कर, द्रौपदी पुकारी l
पट में, लिपट गए बलिहारी ll
निरख, रहे नर नारी,,, ll,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,
राधे, श्याम श्यामा श्याम,,,
*जय माधव मदन मुरारी,,,,,,,F
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल