कोई कहे जगदम्बे कोई कहे ज्वाला,
मै तो कहूं माँ का हर रूप है निराला……
कोई कहे चंडी माता तो कोई मनसा रानी,
मैं तो कहूँ माँ का हर नाम मतवाला,
हो मै तो कहूं माँ का हर रूप है निराला……
कोई खे कालका तो कोई काल रात्रि,
मैं तो कहूँ माँ ने हर संकट है टाला,
हो मै तो कहूं माँ का हर रूप है निराला…
कोई कहे शीतल तो कोई कहे शारदे,
मैं तो कहूँ नाम माँ का सुख देने वाला,
हो मै तो कहूं माँ का हर रूप है निराला……
कोई कहे शाहकुंबरी कोई महाकाली,
बैरागी कहे माँ ने सबको ही पाला,
हो मै तो कहूं माँ का हर रूप है निराला…..