माये तेरे दर पर आये तेरे दर्शन पाए,
मैया दर्शन पाएं,
माये तेरे दर पर आये तेरे शीश नवाये,
मैया तुझको रिझाये, तेरे दर्शन पाए.....
तू जग जननी तू माँ भवानी,
तू कल्याणी हे महारानी,
तेरी शरण में जो कोई आता,
मन मंदिर के डीप जलाता,
योग ध्यान से खुद को बना कर,
अपने पराये का भेद मिटाता,
माये तेरे दर पर आएं.......
तू मंज़िल है तू ही है किनारा,
भटके हैं रही तू ही माँ सहारा,
ऊँची तेरी शान है माये,
मेरी रूह तेरा गुण गाये,
नवदुर्गा का भजन बनाकर,
दास प्रवीण तेरी महिमा गाये,
माये तेरे दर पर आएं......