जब दुख के बादल छाये, कोई राह नजर न आये,
तब बाबोसा ही आकर, मेरे हर संकट को मिटाये,
जब दुख के बादल छाये.....
जब जब में राह से भटका, ये मन मेरा घबराया,
मेरा साथी बनके इसने, मुझे मंजिल तक पहुँचाया,
ओझल हो खुशियाँ आँखों से, ओर गम के बस हो साये,
तब बाबोसा ही आकर, मेरे हर संकट को मिटाये,
जब दुख के बादल छाये.....
राहों से कांटे चुनकर, तूने फूलों की सेज बिछाई,
मेरे सुने जीवन मे खुशियो की गंगा बहाई,
नही तेरे सिवा कोई मेरा सब अपने हुए पराये,
तब बाबोसा ही आकर, मेरे हर संकट को मिटाये,
जब दुख के बादल छाये.....
बाबोसा जो साथ मेरे, चाहत न कोई अब मेरी,
हुईं रोशन दुनिया मेरी, बाबोसा कृपा से तेरी,
बेदाग इस जीवन मे, दिलबर कोई दाग लगाये,
तब बाबोसा ही आकर, मेरे हर संकट को मिटाये,
जब दुख के बादल छाये.....