मैं तो हार गया जग से,
राजीव तो हार गया जग से,
थोड़ी सी महर कर दे,
खाटू वाले बाबा मुझ पर,
अपनी नज़र धर दे,
मैं तो हार गया जग से....
खाके ठोकर जमाने की,
तेरी ठोकर में आया हूं,
ले ले शरण में मुझको,
या दर से बदर कर दे,
मैं तो हार गया जग से....
मतलब प्रस्त है जमाना,
मैं जिसका सताया हूं,
कर दूर फिक्र मेरी,
रहमत का असर कर दे,
मैं तो हार गया जग से....
हुई व्यापारी ये दुनिया,
मुझपे चढ़ी उधारी है,
कर्ज़ मेरा उतर जाए,
फैलाई झोली है भर दे,
मैं तो हार गया जग से....
जान नकारा की जमाने ने,
बहुत बेकद्री मेरी,
चर्चा सुन के आया हूं,
थोड़ी सी कदर कर दे,
मैं तो हार गया जग से....
नहीं कोई ठोर ठिकाना है,
मुझ आवारा पंछी का,
चरणों में नीड़ बनाने दे,
शरण में बसर कर दे,
मैं तो हार गया जग से....