घनश्याम तेरी इस नगरी में ये सारी दुनिया बहुत दुखी,
कोई मन से दुखी कोई तन से दुखी,
कोई जानबूझकर आप दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....
एक राजा सुखी एक रानी सुखी,
जब राज छूट जाए दोनों दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....
एक सेठ सुखी एक सेठानी सुखी,
जब धन लुट जाए तो दोनों दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....
एक सूरज सुखी एक चंद्रा सुखी,
जब ग्रहण पड़े तो दोनों दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....
एक मछली सुखी एक मेंढक सुखी,
जब ताल सूख जाए दोनों दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....
एक गंगा सुखी एक जमुना सूखी,
जब नहान पड़े तो दोनों दुखी,
घनश्याम तेरी इस नगरी में.....