कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को,
दो आंसू तो दे दो चरणों में बहाने को,
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को.....
ध्यानु ने बहाया था श्रीधर ने बहाया था,
इन आंसुओं से मां तेरा दर्शन पाया था,
बाकी है दो आंसू मां तुमको मनाने को,
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को......
आंसू वो खजाना है किस्मत से मिलता है,
आंसू बह जाने से मां का दिल पिघलता है,
करुणा की तू सागर अब छोड़ बहाने को,
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को.......
दुख में बह जाते हैं सुख में भी जरूरी है,
आंसू के बिना मेरी मां हर आस अधूरी है,
आंसू पूरा करते हर एक हर जाने को,
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को......