सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।
तर्ज: रुक जा रात, ठहर जा रे चंदा
आँख में आँसू, पांव में छाले, लेकर आये द्वार तुम्हारे-2
तुम न सुनोगे तो, कौन सुनेगा, तुम ही तो हो, हारे के सहारे-
तुम ही तो हो, हारे के सहारे
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम ज
हमने सुना है, तू सांवरिया, खाटू में तकदीर सँवारे -2
तेरे हवाले, जीवन नैया, तू ही इसे, अब दे दे किनारे ।
तू ही इसे अब दे दे किनारे
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये ।
श्याम हमारी झोली भर दो, कैसे जाऊंगा मैं खाली ।
जीवन की बगिया, महका दो, बन जाओ तुम मेरे माली ।
बन जाओ तुम मेरे माली।।
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।
तन मन तेरे प्यार में झूमे, जीवन मेरा सुहाना कर दो,-2
बार-बार तेरे दर पर आये, विष्णु को दीवाना कर दो,
भक्तों को दीवाना कर दो।
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।