भजन - मेरा श्याम खाटू वाला
नैया चला रहा है मेरा श्याम खाटू वाला -2।
मुझको बचा रहा है मेरा श्याम खाटू वाला।।
1- कब का मैं डूब जाता,तू हाथ ना लगाता ।
तेरी कृपा ना होती तो तैर भी ना पाता,तो तैर भी ना पाता ।।
साहिल पे ला रहा है,मेरा श्याम खाटू वाला
नैया चला रहा है...
2- कई बार मन में आया सब मैं ही कर रहा हूं ।
सच है तेरे करम से, दिन रात बढ़ रहा हूं ,दिन रात बढ़ रहा हूं ।।
मुझको बड़ा रहा है मेरा श्याम खाटू वाला
नैया चल रहा है ...
3-पतवार थाम करके, जिंदगी मेरी बचाई ।
वरना लिखी थी ,विक्की के भाग्य में तबाही ।।
जीवन सजा रहा है ,मेरा श्याम खाटू वाला
नैया चल रहा है....
स्वर- किंशुक लाडला
लेखक - विकास विक्की अग्रवाल कानपुर