छंद:-राधे तूँ बड़भागिनी, कौन तपस्या कीन
तीन लोक तारन तरन,सो तेरे आधीन
श्री राधे श्री राधे श्री राधे श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाड़ली श्री राधे
श्री राधे जय राधे,श्याम राधे श्याम राधे
दीजो बरसाने को वास,लाड़ली श्री राधे
दीजो....
1.नित नित तेरा दर्शन पाऊँ,
लाड़ प्यार से तुझे रिझाऊँ
अब सुन लीजो ये पुकार,
लाड़ली श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाडली श्री राधे
दीजो....
2.मधुकरी माँग माँग मैं लाऊँ,
टूक प्रशादी को मैं पाऊँ
और गाऊँ तेरे गुणगान,
लाड़ली श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाडली श्री राधे
दीजो....
3.बरसानों छोड़ कहूँ ना जाऊँ,
या रज में जीवन मैं बिताऊँ
बस यही आस यही चाहा,
लाड़ली श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाडली श्री राधे
दीजो....
4.इतनी सी बात मान लो श्यामा,
निज चरणों से लगा लो श्यामा
मोहे दीजो चरनन का प्यार,
लाड़ली श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाड़ली श्री राधे
श्री राधे जय राधे,
लाड़ली श्री राधे
दीजो बरसाने को वास,लाडली श्री राधे....
बाबा धसका पागल पानीपत