सारा ज़माना मेरे श्याम का दीवाना,
जीना हो सिर उठा के शरण में इनकी आना,
विश्वाश दिल से करले हर काम तेरा होगा,
खुद को तू कर समर्पित फिर श्याम तेरा होगा,
छोड़े गा न कभी तेरा साथ,
सारा ज़माना मेरे श्याम का दीवाना
जिस दुनिया को खाब समजे हकीकत है यहाँ पे,
हर पत्थर की भी प्यारे बड़ी किस्मत है यहाँ पे,
यहाँ की निराली हर बात,
सारा ज़माना मेरे श्याम का दीवाना,
जिसे दुनिया ने सताया जो जग से हार आया,
करुना दिखाई उसपे अपना उसे बनाया,
बिगड़ी बनाई हाथो हाथ,
सारा ज़माना मेरे श्याम का दीवाना
जो दीवाने श्याम के उनका हाल न पूछो,
क्या क्या मिला है उनको ये सवाल उनको पूछो,
सोनू उश्किल है जवाब,
सारा ज़माना मेरे श्याम का दीवाना