सोला शृंगार किये शेर पे सवार है,
मैया शेरावाली आज आई मेरे दवार है,
मैया के दिन आइयो,माँ के दर्शन पाइयो ,
कलश सजाउ आज सुहागन मंगल गान करो,
नो दिन के नवराते आये माँ का मान करो,
मैया के आँखों में भरा देखो प्यार है,
पचरा में माई के ममता दुलार है,
मैया के दिन आइयो,मन उमींग भर आइयो,
मैया के दिन आइयो
बिनमाँगे माँ सब कुछ देगी भर देगी भण्डार,
सबके सारे दुःख हर लेगी माँ को है सबसे प्यार,
कर देगी बेडा पार,मैया जी दयाली है सब पे किरपाली है,
माँ के दरबार में सभी तो सवाली है,
मैया के दिन आइयो,माँ के दर्शन पाइयो ,