के देगा बाबा तू बोल अरे बोल तेरे दवारे भगत तेरा मांग रहा,
कितनो की बनवा दी कोठी,
तू चीज नहीं छोटी मोटी बाबा आज भंडारे खोल,
तेरे दवारे भगत तेरा मांग रहा.....
मेरी दिल्ली में कोठी गढवाड़े दस बारहा गाडी चलवादे,
मेरी जग में मचा दे रोल तेरे दवारे भगत तेरा मांग रहा,
तेरी घनी दिन से आस मने ना करिये आज निराश हमें,
ना करिये आज मखौल,तेरे दवारे भगत तेरा मांग रहा
राजू पे कीर्तन करवौ बाबा राज मेहर ने भुलवाऊ,
मेरे घर बज वादे ढोल तेरे दवारे भगत तेरा मांग रहा