मेरा शिरडी वाला बड़ा है दयाला,
कभी भी सवाली को खाली न टाला
मेरा शिरडी वाला बड़ा है दयाला,
चलो चलो शिरडी में बिगड़ी बनेगी,
बिन मांगे झोली वही से बरेगी,
हौआ जो भी साई के कदमो में हाजिर,
वो दीवाना साई का तकदीर वाला,
मेरा शिरडी वाला बड़ा है दयाला,
यहाँ भी किसी ने मुझे है रुलाया,
मेरे साई ने है गले से लगाया,
यहाँ जिसने साई को आवाज दी है,
उसे शिरडी वाले ने आके संभाला,
मेरा शिरडी वाला बड़ा है दयाला,
नीम को भी साई ने मीठा बनाया,
बिक्शा की रोटी पे जीवन बिताया,
दिया रब ने इनको कुछ ऐसा खजाना,
मेरा साई बाबा बड़ा रेहम वाला,
मेरा शिरडी वाला बड़ा है दयाला,