मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का ll
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से ll
कमल लजाएं तेरी, अँखियों को देख के ll
भूली घटाएं तेरी, कजरे की रेख पे ll
मुखड़ा निहार के, सो चाँद गये हार के ll
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना
दो नैना सरकार के,,,,,,,,,,,,,,,,,,
क़ुरबान जाऊँ तेरी, बांकी अदाओं पे ll
आ पास आजा तुझे, भरलूँ मैं बांहों में ll
जमाने को बिसार के, दिलों जां तुझपे वार के ll
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना
दो नैना सरकार के,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
रमण / बांके बिहारी नहीं, तुलना तुम्हारी ll
तुमसा ना पहले कोई, ना होगा अगारी ll
दिवानों ने विचार के, कहा है यह पुकार के ll
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना
दो नैना सरकार के,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोड करता- अनिल भोपाल