नवनाथों जैसी भक्ति न मिली तो क्या हुआ,
जीवन में कुछ भी और न मिला तो क्या हुआ,
सतगुरु आप तो मिल गए,
बाबा आप तो मिल गए,
हिरदये में तुम मेरे बस गए,
आप के वचन मेरे शब्द बन गए,
मेरे बोल तुम्हारे गीत बन गए,
सतगुरु आप तो मिल गए,
बाबा आप तो मिल गए,
अब कोई और प्रीत मिले न मिले,
अब कोई और राह मिले न मिले,
शिरडी की राह तो मिल गई,
बाबा आप तो मिल गए ....