मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी,
माली इसको तू ऐसा सजा दे,
फीके लागे अगर हीरे मोती चाँद तारो को इस में जड़ा दे,
मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी....
फूलो कलियों बहारो को ले आ,
खूबसूरत नजरो को ले आ,
लानी पड़ जाये जननत से बानी,
संवारा ये मेरा मुश्कुरा दे,
मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी
बाबा महके जो केसर की क्यारी,
सोने चाँदी के घोटा किनारी,
कई नजरे भी बुरी होती काला टीका तू इसके लगा दे,
मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी....
मुझको आके गले वो लगा ले,
दासी चरणों की मुझको बना ले,
लेहरी ओहडु चुनरियाँ मेगानी
प्रीत ऐसी बाबा तू जगा दे
मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी