मैं नचना माँ दे द्वार आज मैं नचना,
चढ़ गई नाम खुमारी सूद भूद भूल गयी सारी,
मैनु भूल गया संसार,
आज मैं नचना......
हाथ विच चिमटा ते मथे चुनी लाल जी,
नाच नाच रोमी आज पानी आ धमाल जी,
सारी रात मैं गोना माँ दा नाम धयोना,
माँ तो मंगना माँ दा प्यार,
मैं नचना माँ दे द्वार आज मैं नचना.....
जागे वाली रात आज सोन नहियो देना है,
भगतो जैकारा बन्द हों नहियो देना है,
माँ दी जोट जागोनि नारियल भेट चडोनी,
पौने फुला दे हार आज मैं नचना,
मैं नचना माँ दे द्वार आज मैं नचना....
ढोलियाँ घुमा के आज ढगा ला दे ढोल ते नचना निमाणा कहंदा आज दिल खोल के,
माँ दे रंग विच रंगा नहीं किसे तो संगना,
मैं बनके सेवादार,
मैं नचना माँ दे द्वार आज मैं नचना