हाथो में फल फूल नहीं, आँखों में आंसू लाया हूँ
जैसा हूँ तेरा हूँ साईं, श्री चरणों में आया हूँ
तेरे दर पे आकर साईं खुद पर भरोसा आया है
अनहोनी सी बात हुई है, जेसे सब कुछ पाया है,
भटक भटक कर हार गया हूँ, कदम कदम ठुकराया हूँ,
जैसा हूँ तेरा हूँ साईं श्री चरणों में आया हूँ
तेरी दुनिया से जो है पाया, वोही तुज को अर्पण है,
मन मैला या धुन्दला है, अब तो यह तेरा दर्पण है
तेरी ही माया है साईं इ इ, जिस से मैं फ़रमाया हूँ
जेसा हूँ तेरा हूँ साईं, श्री चरणों में आया हूँ
हाथो मई फल फूल नहीं इ इ इ इ......जय साईं राम