हमें केवल आश तुमहारी सांवरियां गिरधारी,
कब से तुमको ढूँढ रही हूँ, ढूँढत ढूँढत हार गई हूँ,
अब अपना पता बताओ,सांवरियां गिरधारी ॥
मन मंदिर में घोर अँधेरा,दीप जले पर न रहे उजाला,
मेरे मन में जोत जलाओ, सांवरियां गिरधारी ॥
डगमग डोले मेरी नईया,तुम बिन मेरा कौन खिवईया,
मेरी नईया को पार लगाओ, सांवरियां गिरधारी ॥
वृंदावन की कुंज गलिन में,मथुरा की कुंजन की गली में,
अब इतना ना तरसाओ, सांवरियां गिरधारी ॥