ज़िन्दगी हार गई दर पे भुला लो साईं,
अपने दीवाने को दीदार दिखा दो साईं,
सब दिया तूने मगर एक तमना बाकि,
दवारका माई का वो जलवा दिखादो साईं,
ज़िन्दगी हार गई दर पे भुला लो साईं..
तूने पानी से दीये खूब जलाये बाबा,
मेरी आशा के भी अब दीप जला दो साईं,
ज़िन्दगी हार गई दर पे भुला लो साईं,
अपने दीवाने को दीदार दिखा दो साईं,
ये ज़माना मुझे ठुकराए मुझे क्या गम है,
अपने चरणों में मुझे आप बिठा लो साईं,
ज़िन्दगी हार गई दर पे भुला लो साईं,
उम्र भर आप की चाहत को तरस ता मैं रहा,
आखिरी पल में गले मुझको लगा लो साईं,
ज़िन्दगी हार गई दर पे भुला लो साईं,