तेरा राम जी करेगे वेडा पार उदासी मन,
काहे हो डरे,काहे हो डरे,काहे हो डरे,
नैया तेरी राम हवाले लहर लहर हरी आप सम्बाले,
हरी आप ही उठावे तेरा भार उदासी मन काहे को डरे,
काहे हो डरे,
बोलो राम राम राम बोलो राम राम बोलो राम राम,
काबू में मझधार उसकी के हाथो में पतवार उसीके,
तेरी हर भी नहीं ही तेरी हर उदासी मन काहे को करे,
काहे हो डरे,
सहज किनारा मिल जायेगा परम सहारा मिल जायेगा,
डोरी सौंप के तू देख एक बार उदासी मन काहे को डरे,
काहे हो डरे,