दरबार एसा सजाया है,
दिन आज ख़ुशी का आया है,
आओ भगतो मिल कर नाचे कैसा शुभ दिन आया है,
इस घर के बच्चे बच्चे पर मेरे साईं बाबा का साया है,
आज खुशिया मेरे घर आई मैं तो झूम झूम बांटू वधाई,
साईं कीर्तन में धूम्माची है बाजे ढोलक मिरधंग शेहनाई,
दरबार कितना सुहाना है आज मिल कर के साईं को रीझाना है,
आओ भगतो मिल कर नाचे कैसा शुभ दिन आया है,
इस घर के बच्चे बच्चे पर मेरे साईं बाबा का साया है,
है ये भगतो की आँखों का तारा दीं दुखियो का ये ही सहारा,
पल में भगतो की बिगड़ी बनाये सारे जग है ये रखवाला,
पूरा जम कर के जोर लगाना है,
मिल कर के ताली बजाना है,
आओ भगतो मिल कर नाचे कैसा शुभ दिन आया है,
इस घर के बच्चे बच्चे पर मेरे साईं बाबा का साया है,
साईं नैना की आस पुजादे रूठी किस्मत को अब तो बना दे,
अभिनंद करे सब मिल के साईं चरणों में अपने जगह दे,
साईं शरदा का फूल खिलाना है और सबुरी की बगियाँ सजाना है,
आओ सब कोई मिल कर नाचो मौसम आज सुहाना है,
इस घर के बच्चे बच्चे पर मेरे साईं बाबा का साया है,