मन उलझन मे फंस जाये तो खाटू चलो,
संकट से जी गबराये तो खाटू चलो,
जग का पालनहार वही है,
सब का लखदातार वही है,
कोई बात समज न आये तो खाटू चलो,
मन उलझन मे फंस जाये तो खाटू चलो
इस दुनिया में कोई किसी के साथ में चलता नहीं पर चलना चाहिये,
एहम में डूभ के कोई किसी के आगे झुकता नहीं पर झुकना चाहिये,
पल दो पल का सारा जीवन आपस में काहे की उल्जन कर भुधि ये भरमाये,
तो खाटू चलो....
अपने अपने कर्मो का फल सब को मिलता यहाँ ये सारे जान लो,
उसके आगे किसी की भी सत्ता नहीं चलती याहा ये सारे मान लो,
हर बंदे पर उसकी नजर है वो सब के मन के अंदर है,
फिर भी मन बाज ना आये तो खाटू चलो,
छोड़ के सारे गोरख धंदे जप ले श्याम का नाम वो भला करेंगे,
तेरी हर मुश्किल में तेरे साथ में खाटू श्याम सदा चलेंगे,
शर्मा मान ले इतना कहना बाद में मत केशव से कहना,
कोई झूठ तुझे बहकाये तो खाटू चलो ....